हरित क्रांति से आप क्या समझते हैं ?
1960-70 के दशक में कृषि में सुधार के अंतर्गत एक पैकेज लायी गयी । जिसमें गेहूँ में कृषि में हरित क्रांति की शुरूआत हुई । इसके अंतर्गत संकर किश्म का उन्नत बीज रासायनिक खाद, सिंचाई, कीटनाशक आदि का उत्पादक प्रयोग कर खाद्य उत्पादन में अप्रत्याशित वृद्धि की गई है तथा खाद्य सुरक्षा में यह मील का पत्थर साबित हुयी है । इस क्रांति को आगे बढ़ने में सहकारिता विभाग पर भारत सरकार ने काफी ध्यान दिया । हरित क्रांति से फसलों के पैदावार में काफी वृद्धि हो गयी, इससे साधन उत्पादन में भारत आत्मनिर्भर हो गया है ।